देहरादून : रविवार को UKSSSC पेपर लीक मामले की जांच अब एसआईटी करेगी। रविवार को हुई परीक्षा में एक परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र के तीन पन्ने बाहर आ गए। आयोग और सरकार दोनों ने इसे पेपर लीक नहीं माना । आयोग ने कहा कि प्रश्न पत्र के तीन पन्ने बाहर आए हैं लेकिन लीक नहीं माना। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे सुनियोजित षडयंत्र करार दिया और कहा कि जल्द इसमें खुलासा होगा।अब सरकार ने इस मामले की एसआईटी जांच करने का निर्णय किया है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने मीडिया से इस बात की जानकारी साझा करते हुए बताया कि एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी इसकी जांच करेगी। एसआईटी का कार्य क्षेत्र पूरा प्रदेश होगा, जांच निष्पक्ष ढंग से हो इसके लिए एसआईटी की निगरानी हाईकोर्ट के सेवानिवृत जज के द्वारा की जाएगी, तब तक उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से परीक्षा के संबंध में आगे कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। एसआईटी जांच में दोषी व्यक्ति के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा विवादों के केंद्र में स्थित हरिद्वार के परीक्षा केंद्र पर जिस भी व्यक्ति की लापरवाही सामने आती है उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बेरोजगार संघ ने खोला हुआ है सरकार के खिलाफ मोर्चा , जगह जगह हो रहे प्रदर्शन
UKSSSC पेपर लीक मामले में बेरोजगार संघ ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। देहरादून में बेरोजगार संघ धरने पर बैठा हुआ है। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी जमकर किरकिरी हो रही है। ऐसे में सरकार के सामने यह बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है कि किस तरीके से छात्रों और आमजन का परीक्षा प्रणाली पर भरोसा कायम रखा जाए। सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है जिसने नकल के खिलाफ सख्त कानून बनाया है। यह माना जा रहा था इस कानून के बनने के बाद अब नकल पर पूरी तरह नकेल लगेगी और नकल माफिया परीक्षा में पेपर लीक या नकल करवाने की हिमाकत न करेगा। लेकिन इस घटना से सरकार के सामने अब ये बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।



