देहरादून: मतदान निपटते ही अब प्रदेश में चारधाम यात्रा की तैयारी शुरू हो गई है। मई के महीने से प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है और यह उम्मीद जताई जा रही कि इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा में उत्तराखंड पहुंचेंगे। लिहाजा ऐसे में उत्तराखंड आने वाले यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है।
शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने चार धाम यात्रा के मध्येनजर सभी सीएमओ की महत्वपूर्ण बैठक ली। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के साथ ही उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को ये आश्वस्त किया कि उन्हें आवश्यकता पड़ने पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
15 मिनट में बीमार तक पहुंचे एम्बुलेंस , बद्रीनाथ केदारनाथ में मिनी अस्पताल की व्यवस्था
चार धाम यात्रा के मध्येनजर पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस उपलब्ध रहेगी। किसी भी यात्री को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत आने पर 15 मिनट के अंदर एंबुलेंस यात्री तक पहुंच जाएगी। यानी क्विक रिस्पांस टाइम 15 मिनट तय किया गया है। इसके अलावा यात्रा रूट पर 26 एमआरपी भी लगाई जाएगी और इसके अलावा 45 स्थान पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी होगी। केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। दोनों धामों में मिनी अस्पताल की व्यवस्था भी रहेगी। इसके अलावा राज्य सरकार ने चुनाव आयोग से 267 एमबीबीएस डॉक्टर की तैनाती के संबंध में भी पत्राचार किया है और उम्मीद जताई जा रही है की बहुत जल्द सभी बांडधारी डॉक्टरों की तैनाती के संबंध में भी अनुमति मिल जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा है की यात्रा पर आने वाले यात्रियों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी, 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध रहेगी। प्रदेश सरकार की कोशिश प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अव्वल राज्य बनाने की है।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्थित हैं चारधाम ,यात्रियों को भी विशेष ध्यान देने की जरूरत
केदारनाथ , बद्रीनाथ , यमुनोत्री और गंगोत्री चारों धाम प्रदेश के उच्च हिमालय क्षेत्र में स्थित है। ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को पूरी तैयारी के साथ चारधाम यात्रा में आने की जरूर होती है। यात्रियों को अपने साथ गरम कपड़े रखने चाहिए , साथ ही अपने स्वास्थ्य के मुताबिक चिकित्सकीय परामर्श भी लेना चाहिए। उच्च हिमालय क्षेत्र में स्थित होने के कारण यात्रियों को अपने स्वास्थ्य का भी परीक्षण करवाना चाहिए , खास तौर से ऐसे यात्री जो कि कोमोरबिड हैं और किसी न किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रसित हैं। इसके अलावा उम्रदराज यात्रियों को भी स्वास्थ्य परीक्षण करवाने का सुझाव दिया जाता है। उच्च हिमालय क्षेत्र में स्थित होने के कारण सांस फूलना , बीपी , सरदर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं ऐसे में स्वास्थ्य का ध्यान देना बेहद जरूरी है। चारों धामों में ठंड से बचने के लिए गरम कपड़े भी साथ रखने चाहिए क्योंकि मौसम परिवर्तन के साथ ही तापमान भी बदलता है।



