हल्द्वानी: कबाड़ की फेरी लगाकर घरों से स्क्रैप का सामान बटोरने वाले लालाराम कश्यप के बेटे रोहित कश्यप ने उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में 25वीं रैंक हासिल की है और कला संकाय विषय में 91.60 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। जिस तरह घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद भी रोहित ने हार नहीं मानी और अपने घर वालों का सपना पूरा करने के लिए दिन रात पढ़ाई की, यह वाकई में काबील-ए-तारीफ है।
रोहित हल्द्वानी के राजपुरा राजेंद्र नहगर वार्ड-12 कुष्ठ आश्रम के समीप रहते हैं और वे एमबी इंटर कालेज के 12वीं के छात्र हैं। पिता लालाराम कश्यप कबाड़ की फेरी लगाकर घरों से स्क्रैप का सामान बटोरने का काम करते हैं। रोहित बताते हैं कि पिता शुरूआत से ही मजदूरी करके परिवार को संभालते हुए आएं हैं। वे बताते हैं कि घर कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बावजूद उन्होने कभी हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते चले गए। हर दिन वे 8 घंटे पढ़ाई करते थे। वे बताते हैं कि उनकी सबसे ज्यादा मदद उनके अंग्रजी के शिक्षक एलडी पाठक ने की। वे रोहित को निशुल्क ट्यूशन पढ़ाते थे।
रोहित की माताजी राजकुमारी कश्यप एक गृहणी हैं। रोहित बताते हैं कि वे दिल्ली यूनिवर्सिटी से आगे की पढ़ाई करना चाहते है। और वे भविष्य में आईएएस अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं।



