लोकतंत्र के महापर्व में इस बार जनता ने अपनी भागीदारी तो निभाई लेकिन 2019 के चुनाव के मुकाबले इस बार जनता की भागीदारी कम रही। 2019 के चुनाव के मुकाबले इस बार जनता की भागीदारी 4.45 प्रतिशत कम रही। 2019 में शाम 5 बजे तक 58.01 प्रतिशत वोट पड़े थे जबकि इस बार शाम 5 बजे तक 53.56 प्रतिशत वोट पड़े , यानी पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 4.45 प्रतिशत कम वोट पड़े। यह आंकड़ा सिर्फ शाम 5 बजे तक का है। अंतिम मत प्रतिशत का इंतज़ार है। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में कुल मत प्रतिशत 61.48 था जो कि इस बार के मुकाबले अधिक है।
हालांकि अभी इस बार का फाइनल परसेंटेज आना बाकी है। लेकिन कुल मिलाकर देखें तो इस बार चुनाव के प्रति जनता का रुझान पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम रहा है और यह चिंता का विषय है कि लोकतंत्र के महापर्व में जहां एक तरफ जनता की भागीदारी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है वहां इस बार अभी तक के आंकड़ों के हिसाब से जनता की भागीदारी कम हुई है। सभी जिलों में मतदान प्रतिशत में पिछले मुकाबले इस बार कमी दर्ज की गई है। खास तौर से हरिद्वार और उधमसिंहनगर जिले में।
बीजेपी-कांग्रेस का अपना अपना दावा, अपने पक्ष में मतदान का भर रहे दम
भले ही मतदान प्रतिशत पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले कम रहा हो लेकिन इसके बावजूद सियासी दलों के दावों में कोई कमी नहीं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने-अपने दावे कर रहे हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि रिकार्ड मतदान मोदी के पक्ष में हुआ है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का मानना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की भट्ट ने पीएम मोदी के पक्ष में रिकॉर्ड जनमत का भरोसा जताया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि जनता ने वोट की चोट से देवभूमि से सनातन के खिलाफ नफरत की दुकान को बंद करने का काम किया है। महेंद्र भट्ट का कहना है कि कार्यकर्ताओं के माध्यम से मिले मोदी प्रणाम को स्वीकार करते हुए जनता ने पीएम मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने की जिद वोटो में दिखाई है। उनके उत्साह से स्पष्ट नजर आया है कि देश को विकसित बनाने के निर्णायक सफर पर मोदी जी के नेतृत्व में बढ़ना चाहते हैं। महेंद्र भट्ट का कहना है कि जिस तरह से लोगों ने मुखर होकर मत दिया है उससे हमें विश्वास है कि 4 जून को मोदी परिवार 400 पार होगा जिसमें राज्य के पांचों सीटें भी शामिल होंगी।
वहीं कम मतदान को कांग्रेस अपने पक्ष में देख रही है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी का कहना है कि कांग्रेस का कार्यकर्ता तो वोट देने के लिए पहुंचा लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने अपने वोटर्स को बाहर नहीं निकाला। मथुरादत्त जोशी का कहना है कि जिस तरीके से चुनाव से पहले बीजेपी ने कांग्रेस के नेताओं को तोड़कर अपने साथ जोड़ा ऐसे में बीजेपी के कार्यकर्ताओं में भी इस बात को लेकर काफी नाराजगी थी। लिहाजा बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अपने वोटर्स को बाहर नहीं निकाला। कांग्रेस को पूरा भरोसा है कि इस बार कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ेगा।