कहते हैं संघर्ष जितना कठिन होता है सफलता उतनी ही शानदार होती है। देहरादून के नए महापौर सौरभ थपलियाल का संघर्ष भी ऐसा ही रहा जिसकी बदौलत सौरभ ने आज इतनी शानदार सफलता हासिल कर इस मुकाम को पाया है। शुक्रवार को जब सौरभ ने देहरादून के महापौर पद की शपथ ली तो, उनके 25 से अधिक सालों के कड़े संघर्ष से मिली शानदार सफलता की खूबसूरत तस्वीर दिखाई पड़ी। रेड गाउन , रेड कैप पहने सौरभ थपलियाल ने देहरादून के महापौर पद की शपथ ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने दून के नए महापौर को शुभकामनाएं दी।
परिवार के लिए बेहद भावुक रहा गौरव भरा ये पल

दून के मेयर सौरभ थपलियाल एक साधारण परिवार से आते हैं। अपनी नज़रों के सामने बेटे के संघर्ष से मिली शानदार सफलता को देखना माँ-बाप के लिए जितना गौरवान्वित करने वाला पल होता है , उतना ही भावुक करने वाला क्षण भी होता है। कुछ ऐसा ही मौका था दून के मेयर सौरभ के परिवार के लिए। मां-पिता ने बेटे को खूब आशीर्वाद दिया तो धर्मपत्नी और बच्चों के लिए इससे बढ़कर खुशी का पल और कोई नहीं था। सौरभ के संघर्ष में उनके परिवार का कदम कदम पर साथ रहा। परिजनों को पूरा भरोसा है कि जिस उम्मीद से पार्टी ने सौरभ को मेयर टिकट दिया, चुनाव लड़ाया और प्रचंड जीत मिली उस उम्मीद और दूनवासियों के भरोसे पर सौरभ खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।
प्रचंड जीत मिली तो जिम्मेदारी भी बड़ी , काम ज्यादा बातें कम

देहरादून नगर निगम के इतिहास में सौरभ ने प्रचंड जीत हासिल करके ऐसी लकीर खींच दी है जिसे पार करना किसी के लिए आसान नहीं होगा। सौरभ 1लाख 5 हज़ार वोटों से जीते हैं जो कहीं न कहीं उनकी लोकप्रियता और जनता के भरोसे को भी बताता है। मेयर सौरभ थपलियाल का कहना है कि जीत बड़ी मिली है तो जिम्मेदारी भी काफी बढ़ जाती है। लिहाजा उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि जो भी भरोसा उनके ऊपर किया है उसपर वे खरा उतरें। चुनाव के दौरान जारी संकल्प पत्र में उल्लेखित संकल्पों को पूरा करने की दिशा में काम करेंगे। देहरादून के पुराने स्वरूप को कैसे बचाया जाए उनकी प्राथमिकता में रहेगा। ग्रीन दून क्लीन दून के मिशन को लेकर चला जायेगा, लेकिन इस सबके लिए जनसहभागिता भी बेहद आवश्यक रहेगी।



