देहरादून: करीब 25 साल पहले जहां से सौरभ थपलियाल ने छात्र राजनीति में एक इतिहास रचा था, आज 25 साल बाद छात्र राजनीति के उसी गढ़ में सौरभ थपलियाल अपने गुरुजनों से आशीर्वाद लेने पहुंचे। भाजपा के मेयर प्रत्याशी सौरभ थपलियाल सोमवार को डीएवी महाविद्यालय में पहुंचे। छात्र राजनीति की पाठशाला माने जाने वाले डीएवी महाविद्यालय में पहुंचकर सौरभ ने छात्र राजनीति जीवन की पुरानी यादों को ताजा किया , साथ ही गुरुजनों से आशीर्वाद भी लिया। गुरुजनों ने भी बड़ी ही गर्मजोशी के साथ सौरभ का स्वागत किया। दरअसल सौरभ थपलियाल 1999 में डीएवी महाविद्यालय छात्रसंघ के महासचिव बने और अगले ही साल 2000 में डीएवी महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। लगातार दोनों महत्वपूर्ण पदों पर चुनाव जीतने का रिकॉर्ड सिर्फ सौरभ के ही नाम है। इसके जरिये सौरभ ने छात्र राजनीति में अपनी एक अलग पहचान भी बनाई और युवा चेहरों की पसंद भी बने। यही वजह रही कि भाजपा ने सौरभ को भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष पद की कमान भी सौंपी और अब सौरभ को देहरादून के मेयर पद का प्रत्याशी भी बनाया है।
पूर्व छात्रनेताओं ने किया सौरभ का अभिनंदन , मेयर प्रत्याशी बनाये जाने से हैं बेहद उत्साहित
भाजपा के मेयर प्रत्याशी सौरभ डीएवी महाविद्यालय पहुंचे तो छात्र राजनीति से लेकर सक्रिय राजनीति के सफर में सौरभ के हर कदम पर साथ खड़े रहने वाले कई चेहरे नज़र आये। इसके अलावा डीएवी महाविद्यालय के कई पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी भी मौजूद रहे। दरअसल डीएवी महाविद्याल में अध्यक्ष पद पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का खाता भी सौरभ के चुनाव जीतने के साथ खुला था।
इससे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अध्यक्ष पद पर चुनाव नहीं लड़ती थी। लेकिन आगे चलकर परिषद ने सिर्फ अध्यक्ष पद पर ही चुनाव लड़ना शुरू किया और डीएवी महाविद्यालय को लगातार एक के बाद एक कई छात्रसंघ अध्यक्ष दिए। पूर्व छात्रनेता राजीव चौहान भी सौरभ को मेयर प्रत्याशी बनाये जाने से बेहद उत्साहित नज़र आ रहे हैं।
राजीव चौहान का कहना है कि सौरभ की साफ , स्वच्छ और ईमानदार छवि की बदौलत ही उन्हें मेयर पद का प्रत्याशी बनाया गया है जिससे युवाओं में बेहद खुशी का माहौल है। राजीव का कहना है कि सौरभ युवाओं में अपनी लोकप्रियता से न सिर्फ एक नया मुकाम हासिल करेंगे बल्कि सक्रिय राजनीति में भी अपनी एक पहचान बनाएंगे।



