भले ही केदारनाथ विधानसभा सीट पर अभी उपचुनाव की तारीख का ऐलान ना हुआ हो, लेकिन चुनाव से पहले ही ये प्रदेश की सबसे हॉट सीट बन चुकी है। केवल भाजपा – कांग्रेस ही नहीं बल्कि पूरे देश की निगाहें इस सीट पर रहेंगी क्योंकि इस सीट के नतीजे पूरे देशभर में संदेश देने वाले होंगे। इसके पीछे की वजह है कि जहां एक तरफ बद्रीनाथ सीट में हुए उपचुनाव में बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा और इस सीट पर बीजेपी की हार से एक संदेश भी गया।
वहीं बद्रीनाथ सीट की जीत से कांग्रेस बेहद उत्साहित है और अब कांग्रेस की नजरें केदारनाथ सीट पर हैं। केदारनाथ विधानसभा में स्थित केदारनाथ धाम करोड़ों सनातनियों की धार्मिक आस्था का केंद्र तो है ही साथ ही पीएम मोदी की बाबा केदार के प्रति आस्था भी किसी से छुपी नहीं। ये ही वजह है कि भाजपा के लिए इस सीट के मायने और बढ़ जाते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अब इस सीट के नतीजे प्रदेश भाजपा के साथ ही प्रदेश नेतृत्व के लिए भी बड़ी अहमियत रखते हैं। ये ही वजह है कि सीएम धामी खुद इस सीट पर पूरी ताकत लगा रहे हैं। हाल ही में बीजेपी की मीडिया टीम के साथ मुख्यमंत्री की एक अहम बैठक भी हो चुकी है जिसमें कि इस सीट को लेकर बीजेपी की मीडिया स्ट्रेटजी पर चर्चा हुई।
बदले हालात में कर्नल कोठियाल का नाम सियासी फिजाओं में इस वजह से तैर रहा
पिछले दिनों दिल्ली में केदारनाथ धाम के प्रतीकात्मक मंदिर के शिलान्यास में सीएम धामी के शामिल होने से जमकर सियासी बवंडर उठा। विपक्ष को बैठे-बैठे एक बड़ा मुद्दा मिल गया। हालांकि बवाल उठने पर ट्रस्ट बैकफुट पर आया और अपना फैसला टाल दिया। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि विपक्ष केदारनाथ उपचुनाव में इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगा । लिहाजा ऐसे में कर्नल अजय कोठियाल का चेहरा बीजेपी के पास एक मजबूत चेहरा हो सकता है जो सीधे सीधे केदारनाथ पुनर्निर्माण और 2013 की आपदा के बाद यात्रा शुरू करने में अहम रोल निभा चुके हैं। वैसे तो इस सीट पर भाजपा के पास कई नाम हैं , लेकिन अब कर्नल (रि) अजय कोठियाल के नाम की चर्चाएं भी सियासी फिजाओं में खूब तैर रही है। माना जा रहा है कि कर्नल अजय कोठियाल की सैन्य पृष्टभूमि और 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद केदारनाथ पुनर्निर्माण में अहम किरदार उनका सकारात्मक पहलू बन सकता है।
कौन है कर्नल अजय कोठियाल जिनके नाम की हो रही चर्चा
उत्तराखंड में कर्नल अजय कोठियाल का नाम आज हर कोई जानता है। कर्नल अजय कोठियाल नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रिंसिपल भी रह चुके हैं , वो शख्स हैं जिन्होंने केदारनाथ धाम में आई 2013 कि आपदा के बाद यात्रा को फिर से सुचारू करवाने की दिशा में अहम रोल निभाया। ऐसे वक्त में केदारनाथ धाम में आई तबाही के बाद जब वहां रहना मुमकिन न था , तब कर्नल अजय कोठियाल अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे। केदारनाथ में कैम्प किया और केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्य शुरू करवाये। केदारनाथ धाम के बंद पड़े पैदल रास्ते खुलवाए गए , बड़ी बड़ी मशीने केदारनाथ धाम पहुंचाई गई। तब जाकर यात्रा शुरू हो पाई। इसके अलावा कर्नल अजय कोठियाल की अपनी एक अलग पहचान इसलिए भी है कि कर्नल कोठियाल प्रदेश के युवाओं को सेना में भर्ती करने के लिए निशुल्क कैंप चलाते हैं ,युवाओं को ट्रेनिंग देते हैं और उनके ट्रेनिंग कैम्प से निकलकर आज कई युवा सेना में शामिल हो चुके हैं। लिहाजा घर घर में उनकी अपनी पैठ है। ऊपर से सैन्य पृष्ठभूमि उनके लिए एक मजबूत आधार साबित हो सकता है।



