देहरादून : उत्तराखंड भाजपा के नवनियुक्त पदाधिकारियों ने मंगलवार को नवरात्र के अवसर पर पूजा अर्चना के बाद अपना पदभार ग्रहण किया। प्रदेश भाजपा की पहली महिला महामंत्री दीप्ति रावत ने कार्यभार संभालने के साथ ही शहीद स्मारक जाकर राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारी को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। भाजपा प्रदेश महामंत्री दीप्ति रावत ने कहा कि शहीदों के सपनों का उत्तराखंड ही उनके कार्य का ध्येय रहेगा। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि ‘मैं इस दायित्व को सेवा का अवसर मानती हूं’। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है मातृशक्ति की भागीदारी, युवाओं की ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण और अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति की चिंता को केंद्र मैं रखकर में संगठन और समाज के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करूंगी’।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक परिवार है और इस परिवार की शक्ति ही देश और प्रदेश की शक्ति है। आने वाले समय में वह संगठन की रीति नीति और नेतृत्व के मार्गदर्शन में उत्तराखंड को आर्थिक सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से और अधिक समृद्ध बनाने की दिशा में प्रयासरत रहेंगी।
दीप्ति रावत को प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी देने के साथ ही भाजपा ने प्रदेश की मातृशक्ति को एक बड़ा संदेश दिया है। इससे पहले बीजेपी प्रदेश महामंत्रियों में किसी भी महिला को शामिल नहीं किया गया था। पहली बार तीन प्रदेश महामंत्रियों में से एक पर महिला कार्यकर्ता को जिम्मेदारी सौंप कर बीजेपी ने प्रदेश की मातृशक्ति के बीच एक बड़ा संदेश देने का काम किया है। प्रदेश में मातृशक्ति को आधी आबादी के तौर पर भी देखा जाता है। पिछले चुनाव में बीजेपी को मातृशक्ति ने बढ़ चढ़कर अपना समर्थन दिया था और यही वजह है कि बीजेपी मातृशक्ति के समर्थन को खोना नहीं चाहती लिहाजा दीप्ति रावत को महामंत्री बनाकर बड़ा संदेश मातृशक्ति के बीच दिया है। दीप्ति रावत न सिर्फ प्रदेश की मातृशक्ति के बीच एक चिर परिचित नाम है बल्कि एक सर्वमान्य नाम भी है और मातृशक्ति में एक अच्छी पकड़ भी रखती हैं। इसके अलावा प्रदेश की राजनीति से लेकर राष्ट्रीय फलक पर भी अपनी एक अलग पहचान रखती हैं।



