देहरादून : उत्तराखंड में साल 2027 में विधानसभा चुनाव हैं। लगातार हार का मुंह देख रही कांग्रेस अब इस क्रम को तोड़ना चाहती है। कांग्रेस 2027 में उत्तराखंड की सत्ता में काबिज होना चाहती है और इसी लिहाज से अब कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने की कोशिश में जुट गई है। मजबूत संगठन के लिए कांग्रेस को मजबूत चेहरों की तलाश है और इसके लिए संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत संगठन को मजबूत करने वाले चेहरों को खोजा जा रहा है। बुधवार को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने कांग्रेस भवन में कांग्रेस प्रदेश संगठन की महत्वपूर्ण बैठक ली। इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस के तमाम दिग्गज चेहरे मौजूद रहे। ये तय किया गया है कि आगामी 2 सितंबर को कांग्रेस के पर्यवेक्षक उत्तराखंड आएंगे, हर जिले में AICC का एक पर्यवेक्षक होगा और इसके अलावा राज्य के तीन-तीन पर्यवेक्षक हर जिले में भेजे जाएंगे। पर्यवेक्षक सभी जिलों से दावेदारों व लोगों से बात करेंगे और पूरी रिपोर्ट केंद्र को देंगे। दावेदारों से भी बातचीत होगी और कार्यकर्ताओं से भी फीडबैक लिया जाएगा।
जरूरी नहीं पूरा संगठन बदले , कुछ चेहरों का रिपीट होना भी संभव
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने साफ इशारा किया है कि ऐसा भी नहीं है कि सारा संगठन ही बदला जाए कुछ चेहरों को दोबारा भी जिम्मेदारी दी जा सकती है। वही चुनाव के मध्येनजर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी का कहना है कि लोगों ने बदलाव की इच्छा जताई है चुनाव नतीजों से ये साफ हो गया है, लेकिन जिस तरह से भाजपा ने धनबल का उपयोग किया है हमें चौकन्ना होने का मौका मिला है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी का कहना है कि हमारा संगठन मजबूत होगा और आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतेगी सभी लोग मिलकर कार्य करेंगे।



