देहरादून : दून घाटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन के तहत शनिवार को दून की सड़कों पर भारत की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय एकता की अनूठी तस्वीर दिखाई पड़ी। मौका था अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शोभायात्रा का जिसमें देशभर से आये अभाविप कार्यकर्ता अनेकता में एकता का संदेश देते नजर आए। शोभायात्रा में “अलग भाषा अलग वेश फिर भी अपना एक देश” के समागम से भारत की विविधता में एकता और अखंडता का दिव्य स्वरूप देखने को मिला। देश के विभिन्न शैक्षिक परिसर से आए छात्र-छात्राओं ने इस पावन धरा का भ्रमण करते हुए भौगोलिक विविधताओं के आधार पर चित्रित भारतीय संस्कृति का प्रत्यक्ष दर्शन कराया, साथ ही सांस्कृतिक विविधता को चरितार्थ करते हुए अखंडता में व्याप्त विभिन्न स्वरूपों के दर्शन इस यात्रा में हुए।
शोभायात्रा में दून घाटी “भारत माता की जय” और “कश्मीर से कन्याकुमारी भारत माता एक हमारी” के नारों से गूंज उठी। शोभायात्रा परेड ग्राउंड से होते हुए सर्वे चौक, बहल चौक, एश्ले हॉल चौक, घंटाघर, दर्शन लाल चौक से गुजरी और जहां से भी शोभायात्रा निकली तो यात्रा का जबरदस्त स्वागत किया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व कार्यकर्ताओं ने शोभायात्रा पर जमकर फूल बरसाये। यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं का जोश और उत्साह देखते ही बनता था।
वहीं राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन के आरम्भ में “शिक्षा की भारतीय संकल्पना: वर्तमान शैक्षिक परिदृश्य एवं हमारी भूमिका” विषय पर भाषण सत्र आयोजित हुआ, जिसमें वक्ता के रूप में अभाविप के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) राजशरण शाही ने उद्बोधन दिया। इसके पश्चात पाँच समानांतर सत्रों में वैश्विक Gen-Z आंदोलन एवं भारतीय युवा, AI चैट जीपीटी एवं शिक्षा, बांग्लादेशी घुसपैठ एवं SIR समसामयिक, जनसंख्या असंतुलन एवं विकसित भारत का लक्ष्य तथा ऑपरेशन सिंदूर और बदलता सुरक्षा परिदृश्य पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
इसमें अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेंद्र सिंह सोलंकी के नेतृत्व में देश के अलग-अलग क्षेत्रों से आए छात्र नेताओं ने बांग्लादेशी घुसपैठ, शिक्षा, छात्रवृत्ति, समाज, ऑपरेशन सिंदूर तथा युवाओं से जुड़े विषयों पर संबोधन किया। अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. (डॉ) रघुराज किशोर तिवारी, अभाविप राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, उत्तराखण्ड प्रांत अध्यक्ष प्रो. जे. पी.भट्ट एवं उत्तराखण्ड प्रांत मंत्री ऋषभ रावत भी उपस्थित रहे।



