उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार लोकसभा सीट से सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। लखनऊ में हुई मुलाकात के दौरान कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के साथ ही संवाद और सहयोग सीमावर्ती क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को लेकर भी बातचीत हुई। मुलाकात की तस्वीरें बाहर आते ही सोशल मीडिया में चर्चा का विषय भी बन गई। हालांकि मुलाकात का असल एजेंडा विकास योजनाओं पर चर्चा का बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इस दौरान इकबालपुर-नागल सिंचाई परियोजना को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। सांसद त्रिवेंद्र रावत ने इस महत्त्वपूर्ण परियोजना को लेकर पूर्व में उत्तर प्रदेश सरकार को प्रेषित प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए अनुरोध किया कि इसे केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के समक्ष शीघ्रता से प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के क्रियान्वयन से दोनों राज्यों की सीमा पर बसे लगभग 5 लाख नागरिकों को सिंचाई, कृषि एवं जल आपूर्ति के क्षेत्र में प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा।
इसके अलावा सांसद त्रिवेंद्र रावत ने लिब्बरहेड़ी नहर पर स्थित क्षतिग्रस्त पुल की स्थिति पर भी ध्यान आकर्षित कराया। उन्होंने बताया कि इस पुल के क्षतिग्रस्त होने से किसानों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है और इसके शीघ्र पुनर्निर्माण की आवश्यकता है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शीघ्र आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया।
सांसद त्रिवेंद्र रावत ने कहा, कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के समन्वित विकास के लिए यह संवाद और सहयोग की भावना अत्यंत आवश्यक है। यह पहल न केवल कृषि और सिंचाई सुविधाओं को सुदृढ़ करेगी, बल्कि दोनों राज्यों के आपसी समन्वय को भी नई दिशा प्रदान करेगी। यह मुलाकात दोनों राज्यों के हित में कार्य कर रही विकासपरक सोच को और मजबूती प्रदान करने वाली सिद्ध होगी।



