उत्तराखंड राज्य पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार परिषद के अध्यक्ष कर्नल अजय कोठियाल ने एक सराहनीय पहल की है। कर्नल अजय कोठियाल ने दायित्वधारी के तौर पर राज्य सरकार की किसी भी प्रकार की सुविधा न लेने का फैसला किया है। उन्होंने तय किया कि दायित्वधारी के भत्तों व सुविधाओं पर होने वाला खर्च सैनिक कल्याण में लगाया जाय। कर्नल अजय कोठियाल की इस पहल की जमकर सराहना की जा रही है। और तो और कर्नल अजय कोठियाल ने सैनिक कल्याण निदेशालय में कार्यालय के लिए एक स्थान मांगा है जिसपर कार्यालय बनाने में आने वाला सारा खर्च भी वे खुद ही वहन करेंगे। हालांकि अभी तक भी उन्हें कार्यालय के लिए स्थान नहीं मिल पाया है। उत्तराखण्ड राज्य में इस तरह की पहल अपने आप में ऐसा पहला कदम है जिसकी जमकर सराहना भी की जा रही है। दरअसल कर्नल अजय कोठियाल का कहना है कि उन्हें पेंशन मिलती है जो उनके लिए पर्याप्त है। सरकार की तरफ से जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है वे चाहते हैं कि सैनिक कल्याण के लिए काम करें। लिहाजा सुविधाओं पर होने वाले खर्च को सैन्य कल्याण की दिशा में लगाया जाए।
विभिन्न क्षेत्रों में भी पूर्व सैनिकों के अनुभव का लिया जाएगा सहयोग
इसके अलावा कर्नल अजय कोठियाल ने एक और पहल की है। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में एक्सपर्ट पूर्व सैनिकों की एक कमेटी भी तैयार की है जो विभिन्न क्षेत्रों में सरकार का सहयोग भी करेंगे। चाहे आपदा की बात हो या साहसिक पर्यटन का क्षेत्र हो हर क्षेत्र में अनुभवी पूर्व सैनिकों की मदद ली जाएगी। अपने आप में यह पहल भी बेहद सराहनीय है। कर्नल अजय कोठियाल का कहना है बहुत से पूर्व सैनिक ऐसे हैं जिनको विभिन्न क्षेत्रों का बड़ा अनुभव है। ऐसे में उनका अनुभव राज्य के काम आता है तो ये राज्यहित में भी रहेगा। इसके लिए हर क्षेत्र के एक्सपर्ट पूर्व सैनिकों की एक कमेटी तैयार की गई है जो कि आवश्यकता पड़ने पर अपना हर संभव सहयोग करेंगे और उनके अनुभव का लाभ राज्य को मिलेगा।



