चमोली: माणा में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन समाप्त हो गया। सेना व सरकार की तत्परता के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर चला और कम समय में रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा कर लिया गया। इस हादसे में कुल 54 श्रमिक फंसे जिनमें से 46 को सकुशल निकाला गया जबकि 8 का निधन हो गया। सीएम पुष्कर धामी ने मृतकों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए दुःख जताया। घायलों का जोशीमठ सेना अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीएम पुष्कर धामी ने आवश्यकता पड़ने पर हायर सेंटर रेफर करने के भी निर्देश दिए हैं।
मोर्चे पर डटे रहे सीएम पुष्कर धामी , पल-पल की करते रहे मॉनिटरिंग , डबल इंजन का दिखा असर
मुश्किल की इस घड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मोर्चे पर डटे नजर आए। सीएम पुष्कर धामी ने जहां हिमस्खलन प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया तो वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन की भी मॉनिटरिंग करते रहे। जोशीमठ पहुंचकर सीएम पुष्कर धामी ने घायलों का हालचाल भी जाना। घटना की सूचना मिलते ही धामी एक्टिव हो गए और रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान खुद संभालते नज़र आये। सीएम के एक्टिव रहने के चलते प्रशासनिक अमला भी पूरी तरह एक्टिव दिखा। इसके अलावा घटना की जानकारी लगते ही केंद्र भी पूरी तरह सक्रिय हो गया और पूरा सहयोग किया।

हर मुश्किल में सीएम पुष्कर धामी खुद संभालते हैं कमान , निभाते हैं मुखिया की भूमिका
चाहे माणा हिमस्खलन की घटना हो , सिल्क्यरा टनल की घटना हो , जोशीमठ भू-धंसाव की घटना हो या फिर केदारघाटी में आई आपदा की घटना हो या कोई अन्य हादसा। सीएम पुष्कर धामी हर मुश्किल में मुखिया की भूमिका निभाते हुए ग्राउंड जीरो पर नज़र आते हैं। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आज प्रदेश में आपदा प्रबंधन तंत्र बहुत अधिक सक्रिय हुआ है। हर आपदा से राज्य के अपदा प्रबंधन को एक नई सीख के साथ ही नया अनुभव मिला है जिसके चलते आज आपदा प्रबंधन तंत्र काफी सक्रिय है।



